राजपूत योद्धा | वैदिक युग से ही भारत वीरों ओर वीरांगनाओ की जन्मस्थली रहा है, और इनमें सबसे अग्रणी रहे क्षत्रिय । क्षत्रियों ने सदा ही मातृभूमि की रक्षा हेतू अपने प्राण न्योछावर किये है । आज हम ऐसे ही राजपूत योद्धाओं के नाम बताएँगे जिनके बारे में पढ़कर आपको गौरव की अनुभूति होगी ।
आपको इस Rajput Yodha List में महान क्षत्रिय योद्धा Top 15 Rajput Warrior के विषय मे बताने जा रहे है । जिन्होंने आजीवन संघर्ष किया किन्तु कभी हार नही मानी और अपने कुल और क्षत्रिय रक्त का मान रखा ।
महाराणा प्रताप
हिंदुआ सूरज मेवाड़ रत्न महाराणा प्रताप ने अपने जीवन मे सैकड़ो युद्ध लड़े ओर सदैव मुगलों से संघर्षरत रहे । अपने से अधिक शक्तिशाली अकबर की सेना को गोरिल्ला युद्ध के माध्यम से कड़ी टक्कर दी थी । महाराणा ने दिवेर के युद्ध में अकबर को भयकर तरीके से हराया था , इस युद्ध मे अकबर के 30 हजार से अधिक सैनिको ने महाराणा प्रताप के आगे घुटने टेककर आत्मसमर्पण किया था । Top 15 Rajput Warrior
राव चंद्रसेन
मारवाड़ के इस शेर ने भी महाराणा प्रताप की भांति मुगलों से आजीवन संघर्ष किया था, इन्होंने मारवाड़ रियासत की रक्षा हेतु ओर अकबर की फुट नीति के खिलाफ खड़े होकर मुगल सेना से युद्ध किये । अकबर ने राव चंद्रसेन जी से 4 युद्ध लड़े थे, सभी मे मुगल सेना को पराजय हाथ लगी । इसके बाद कई बार अकबर ने राव चंद्रसेन जी को मित्रता का संदेश भेजकर कूटनीति अपनाई थी, किन्तु राव चंद्रसेन जी ने बिना प्रलोबन के जीवन पर्यन्त संघर्ष किया और कभी हार नही मानी । Top 15 Rajput Warrior
बाबू वीर कुंवर सिंह
1857 कि क्रांति के महानायक बिहार के बाबू वीर कुंवर सिंह का नाम आज बच्चा बच्चा जानता है । इन्होंने 80 साल की उम्र में क्रांति में अहम भूमिका निभाई थी और ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ अपना मौर्चा खोल दिया था । इन्होंने अंग्रेजो से कई लड़ाईया लड़ी ओर विजय ध्वज लहराया । Top 15 Rajput Warrior
वीरमदेव चौहान
वीरमदेव चौहान अत्यधिक बलवान और सुंदर देह के धनी थे । उनकी इसी बात पर तुर्की सुल्तान अल्लाउदीन खिलजी की बेटी का दिल वीरमदेव जी पर आ गया था । खिलजी ने वीरमदेव जी को शादी का न्योता भेजा और कहाँ या तो शादी करके आदि विरासत प्राप्त करो या फिर युद्ध को तैयार रहो । वीरमरदेव जी ने अपने कुल और मान की रक्षा हेतु खिलजी से भयंकर युद्ध किया और शाका करके इतिहास में अपना नाम अमर कर लिया । Top 15 Rajput Warrior
वीर दुर्गादास राठौड़
दुर्गादास राठौड़ जी ने औरंगजेब की सम्पूर्ण इस्लाम की मंशा को धराशाही कर दिया था । इन्होंने जोधपुर के वारिश अजीतसिंह जी की रक्षा और पालन पोषण कर मारवाड़ को राजा विहीन होने से बचाये रखा । जीवनपर्यन्त औरंगजेब ओर हिन्दू विरोधी ताकतों से संघर्ष करते रहे किन्तु कभी हार नही मानी । अंत मे अजीतसिंह जी को जोधपुर की गद्दी पर बैठाकर अपना जीवन सफल बनाया । Top 15 Rajput Warrior
चक्रवर्ती क्षत्रिय सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार
आदिवराह क्षत्रिय सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार के विषय मे तो सम्पूर्ण विश्व जानता है । इन्होंने पश्चिम से आने वाले तुर्को के आक्रमण को ना सिर्फ रोका एवं उनको इतना मारा और काटा की लगभग 300 वर्षो तक भारत मे कोई तुर्की आक्रमण नही हुवे फिर । इन्होंने भारत की कला और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान दिया । राजपूत प्रतिहारो का सदैव ऋणी रहे यह भारतवर्ष । Top 15 Rajput Warrior
महाराजा छत्रसाल बुंदेला
इन्होंने अपनी एक छोटी सी सेना बनाकर मुगल बादशाह औरंगजेब से टक्कर ली और उसे परास्त करके बुंदेलखंड राज्य की पुनर्स्थापना की । महाराजा छत्रसाल जी ने एक मजबूत और स्वतंत्र राज्य का निर्माण कर अपनी शक्ति को बहुत अधिक बढ़ाया । आजीवन मुगलों से संघर्ष किया किन्तु कभी ना झुके ना कभी हार मानी । नमन है इस वीर योद्धा को । Top 15 Rajput Warrior
राणा सांगा
सही मायने में इन्होंने हिन्दू राज्य की थी, इसलिए इन्हें “हिंदुपति” के नाम से भी जाना जाता है । बाबर ओर इब्राहिम लोधी को एकमात्र इन्होंने परास्त किया था । यह आजीवन युद्ध रत रहे । इनके शरीर पर युद्ध के 80 घाव थे जो उनकी वीरता की गाथा गाते थे । आजीवन हिंदुत्व की रक्षा की ओर कभी हार नही मानी । शत शत नमन है इस वीर योद्धा को। Top 15 Rajput Warrior
महाराव शेखाजी
महाराव शेखाजी को शेखावाटी का जनक और शेखावत वंश का आदि पुरुष भी कहाँ जाता है । इन्होंने एक छोटे से ठिकाने को अपनी मजबूत रणनीति और शौर्य के बल पर 360 गांवो पर अपना अधिकार कर एक स्वतंत्र राज्य शेखावाटी का निर्माण किया था । इन्होंने नारी के सम्मान की रक्षा हेतु गौड़ राजपूतों से कई लड़ाईया लड़ी और अपनी अंतिम स्वास तक हार नही मानी । इतिहास में पहली बार इन्होंने पठानों को अपनी सेना में भर्ती कर जाती सामंजस्य स्थापित किया था । Top 15 Rajput Warrior
क्षत्रिय सम्राट पृथ्वीराज चौहान
11 वर्ष की उम्र में पृथ्वीराज चौहान अजमेर ओर दिल्ली के सिंघासन पर बैठे थे । अल्प आयु में ही इन्होंने पहले गुजरात के नवाबो से अपनी सीमा सुरक्षित की उसके पश्चयात पश्चिमी लुटेरे मुहम्मद गौरी से 17 बार युद्ध मे परास्त किया । पूरे भारत मे इन्होंने हिन्दू राज्य की एकछत्र स्थापना की थी । रात्रि में निंद्रा में हुवे हमले में पकड़े जाने और दोनों आंखे निकाल देने के बाद भी पृथ्वीराज चौहान ने हार नही मानी एवं शब्दभेदी ण चलाकर लुटेरे गौरी का अंत किया था । Top 15 Rajput Warrior
गोरा-बादल
मेवाड़ के रावल रतनसिंह जी को जब धूर्त खिलजी ने धोके से बंदी बना लिया था, तब मेवाड़ ने योद्धाओं ने खिलजी के शिविर में घुसकर रावल रतनसिंह जी को खिलजी की कैद से छुड़ाया था। खिलजी पर आक्रमण करने वाली मेवाड़ी सेना का नेतृत्व गोरा-बादल चाचा भतीजे ने किया था। उन्होंने खिलजी पर अचानक आक्रमण की रणनीति बनाई थी, जिससे खिलजी को सँभालने का मौका ही नहीं मिल पाया था।
सम्राट अनंगपाल तोमर
वर्तमान दिल्ली शहर के वास्तविक निर्माता क्षत्रिय सम्राट अनंगपाल तोमर थे, उन्होंने मध्य भारत के 150 से अधिक राज्यों का मजबूत संघठन बनाकर अपना राज्य विस्तार किया था । उनके समय में बाहरी आक्रमण बहुत तेज हो गए थे, इसलिए उन्होंने उत्तरी सीमा की रक्षा हेतु जगह-जगह सैनिक छावनियां बना दी थी । जिससे विदेशी लुटेरे भारत में नहीं घुस पा रहे थे।
कल्ला जी राठौड़
कल्ला जी राठौड़ को राजस्थान में लोकदेवता के रूप में भी पूजा जाता है, जब अकबर ने मेवाड़ पर आक्रमण किया था । तब कल्ला जी राठौड़ मेवाड़ की सेना में अग्रणी योद्धा थे, युद्ध के दौरान उनका पराक्रम देखकर सभी हैरान थे। जब युद्ध लड़ा जा रहा था, तब एक बन्दुक की गोली आकर कल्लाजी राठौड़ के पैर में लग गई थी। गोली लगने से जब वह युद्ध में आसमर्थ हो गए थे, तब उन्होंने जयमल जी मेड़तिया के कंधो पर बैठकर मुगलों को धुल चटाई थी। कहते है कल्ला जी राठौड़ का यह चतुर्भुज रूप देखकर अकबर मुर्चित हो गया था।
बप्पा रावल
मेवाड़ गुहिल वंश के वास्तविक संस्थापक बप्पा रावल जी को ही माना जाता है, बप्पा रावल का साम्राज्य गजनी तक फैला था। Bappa Rawal ने विदेशी लुटेरों को भारत में घुसने से रोका था, जब गजनी पर उन्होंने अधिकार दिया था। तब वापस लौटते वक्त उन्होंने रास्ते में बहुत से किलों का निर्माण करवाया था, जिनपर अपने सैनिक नियुक्त थे, यह सैनिक विदेशो से आने वाले लुटेरों के लिए एक दीवार साबित हुए। बप्पा रावल की यह सैनिक टुकड़ियो ने आने वाले 300 सालो तक भारत पर होने वाले विदेशी आक्रमणों को रोके रखा था।
Top 15 Rajput Kings of India | Top 10 Rajput Warrior
भारत में वैसे तो सैकड़ो राजपूत योद्धा और राजपूत राजा हुवे है, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा हेतु अपने प्राणों को न्योछावर किया है। किन्तु इतिहास में वीर दुर्गादास राठौड़ एवं बल्लू जी चम्पावत जैसे योद्धा विरले ही पैदा हुवे है, क्योंकि यह कोई राजा तो नहीं थे किन्तु इन्होने अपनी वीरता और शौर्य से इतना नाम कमाया की आज इतिहास में इनके नाम से गीत गाये जाता है।
Note : भारत के इतिहास में सैकड़ों क्षत्रिय राजपूत वीर योद्धा हुवे है, जिन्होंने कभी अपने दुश्मन से हार नही मानी थी । हमने यहाँ केवल अपनी Top 15 Rajput Warrior की एक लिस्ट बनाई है, केवल पाठकों तक जानकारी साझा करने हेतु । इसमें कोई विवाद और त्रुटि हो तो हमे जरूर सूचना दे ।