भारत में पहला क्या और कब जानिए विशेष 10 रोचक जानकारियाँ India’s first when and how

भारत की सभ्यता और संस्कृति बहुत की प्राचीन हे, कहते हे की जब पश्चिम के लोगों ने चलना नहीं सीखा था तब भारत के निवासी वेदों का ज्ञान ले रहे थे। आज हम आपको भारत से जुड़ी 10 रोचक बातें बताने जा रहे हे जो की यहाँ पहली बार हुई यानी की भारत में पहला … Read more

आप क्षत्रिय हे ….? लेकिन क्या आपको पता हे जौहर, शाका और हरावल किसे कहते है, जानिए क्षत्रियों से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

वीरों को जन्म देने वाली इस भारत भूमि की गाथा कौन नही जानता , इसने हमेशा ऐसे ऐसे वीर राजाओं और योद्धाओं को जन्म दिया है। जिन्होंने इस मिटटी की आन बान और शान के लिए ना केवल अपना पूरा जीवन कुर्बान  किया बल्कि भारत विरोधियों के लिए भी हमेशा काल के रूप बनकर रहे | … Read more

माता रानी भटियाणी ( जसोल माजीसा ) का इतिहास एवं चमत्कार की कथा, History of Jasol Majisa

माता रानी भटियाणी ( “भूआजी स्वरूपों माजीसा” शुरूआती नाम ) उर्फ भूआजी स्वरूपों का जन्म ग्राम जोगीदास तहसील फतेहगढ़ जिला जैसलमेर के ठाकुर जोगीदास के घर हुआ। माता रानी भटियाणी माजीसा का इतिहास भूआजी स्वरूपों उर्फ माता राणी भटियाणी का विवाह मालाणी की राजधानी जसोल के राव भारमल के पुत्र जेतमाल के उतराधिकारी राव कल्याणसिंह … Read more

महाराव शेखा जी : नारी सम्मान रक्षक, शेखावत वंश के संस्थापक | सम्पूर्ण जीवन परिचय एवं इतिहास itihas

भारत के इतिहास में सैकड़ो वीर पुरुष हुवे, इसमें राजस्थान को वीरो की भूमि कहा जाता हे। Maharao Shekha Ji  राजस्थान के एक अहम् भाग हे शेखावाटी के संस्थापक है। आज हम आपको शेखावाटी और शेखावत वंश के संस्थापक महाराव शेखा जी की वीरता और शौर्य के विषय में संक्षिप्त जानकारी देने जा रहे हे … Read more

चामुण्डा माता : प्रतिहार, परिहार, इन्दा वंश की कुलदेवी दर्शन मात्र से होते है सब संकट दूर..

परिहार, पडिहार, इन्दा ये श्री चामुण्डा देवी जी को अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते है तथा वरदेवी के रूप में गाजन माता को भी पूजते है, तथा देवल शाखा प्रतिहार ( पडिहार,परिहार राजपूत ) ये सुंधा माता को अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते है। पुराणो से ग्यात होता है कि भगवती दुर्गा का … Read more

क्षेमंकारी/खींवज माता : कुलदेवी सोलंकी क्षत्रिय वंश, सभी तरह के दुःख दर्द दूर करती हे यह चमत्कारी माता

सोलंकी क्षत्रिय वंश की कुलदेवी : क्षेमंकारी देवी जिसे स्थानीय भाषाओं में क्षेमज, खीमज, खींवज आदि नामों से भी पुकारा व जाना जाता है। खींवज माता के कई जगह मंदिर बने हुये है। इस देवी का प्रसिद्ध व प्राचीन मंदिर राजस्थान के भीनमाल कस्बे से लगभग तीन किलोमीटर भीनमाल खारा मार्ग पर स्थित एक डेढ़ सौ … Read more

अमरसिंह राठौड़ एवं बल्लू चांपावत इतिहास हे वह अमर योद्धा जिन्होंने आगरा में मचा दिया था घमासान युद्ध

अमरसिंह राठौड़ भारत की भूमि पर अनेक  योद्धाओं और महायोद्धाओं ने जन्म लिया है। अपने दुश्मन को धूल चटाकर विजयश्री हासिल करने वाले इन योद्धाओं ने कभी अपने प्राणों की परवाह नहीं की। हमारे इतिहास ने इन योद्धाओं को वीरगति से नवाजा, सदियां बीतने के बाद आज भी इन्हें शूरवीर ही माना जाता है.पृथ्वीराज चौहान, … Read more

श्री पाबूजी राठौड़ : गौ रक्षा का वचन निभाने अपनी शादी के फैरो को बिच में छोड़ रणभूमि में चले गए थे यह वीर

वैसे तो भारत की भूमि वीर गाथाओ से भरी पड़ी है पर कभी कभी इतिहास के पन्नो ने उन वीरो को सदा के लिए भुला दिया जिनका महत्व स्वय उस समय के शासक भी मानते थे और उन वीरो के नाम से थर थर कांपते थे।  आज अपने इस लेख में हम आपको उन्ही में … Read more

डूंगर सिंह भाटी : ऐसा वीर योद्धा आज भी उस वीर की समाधी पर मुस्लिम चढ़ाते हे चादर.

राजपुताना वीरो की भूमि है। यहाँ ऐसा कोई गाव नही जिस पर राजपूती खून न बहा हो, जहाँ किसी जुंझार का देवालय न हो, जहा कोई युद्ध न हुआ हो। भारत में मुस्लिम आक्रमणकर्ताओ कोे रोकने के लिए लाखो राजपूत योद्धाओ ने अपना खून बहाया बहुत सी वीर गाथाये इतिहास के पन्नों में दब गयी। … Read more

कछवाहा वंश का इतिहास परिचय एवं सम्पूर्ण शाखाएँ, पढ़िए कछवाहो के गौरवशाली इतिहास को…..

जय माँ भवानी हुकुम ,आपका एक बार फिर से हमारे पेज में स्वागत है। हमने अपनी पिछली पोस्ट में राजपूत समाज के विभिन्न वंशों के विषय में महत्वपूर्ण तथ्यों पर चर्चा कर रहे थे।  आज हम उसी कड़ी को एक बार फिर से आगे बढ़ाते हैं आज हम राजपूत समाज के एक और वंश कछवाहा … Read more